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  • okपति वशीकरण मंत्र -सबसे प्रभावशाली मंत्र पति वशीकरण के लिए ph 8528057364

    pati vashikaran mantra पति वशीकरण मंत्र – सबसे प्रभावशाली मंत्र पति वशीकरण के लिए ph 8528057364

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    pati vashikaran mantra पति वशीकरण मंत्र क्या आपका भी रिश्ता अब कंप्लीट खत्म हो गया हां एक ही शब्द में कह रही हूं कंपलीटली खत्म हो गया आपका रिश्ता अब टूटने की कगार पर आ गया है तलाक के पेपर पर आपने भी शाइन कर दिया उसने भी शाइन कर दिया मामला साल दो साल से कचहरी में चल रहा है आप तारीख पर जाती हैं तो एक झलक देखती हैं

    अपने पति को वह कभी छुपकर आंख उठाकर कभी झुकाकर आपको देखता है परिवार वाले इतने हावी हो गए हैं कि ना आप कुछ कह सकती है उससे ना वह कह सकता है अब भी आपको लगता है कि काश मुझको 15 मिनट मिल जाए इनके साथ मैं बैठकर उनसे बात करू और सब कुछ ठीक हो जाए काश मैं एक बार उन्हे समझा सकूं कि ना मैं गलत थी ना आप गलत थे फिर यह रिश्ता क्यों टूट रहा है और सब कुछ ठीक हो जाए 

    आप दोनों के और बच्चे के चेहरे को आप देखती हैं तो लगता है कि इसने क्या किया था कि हम दोनों अलग हो रहे हैं और सजा बच्चे को मिल रही है अर्थात आज मैं जो प्रयोग बताने जा रही हूं वही करें जिनका रिश्ता पूरी तरह से खत्म हो गया है पूरी तरह से टूटने की कगार पर आ गया है या यूं कह लो कि 90 प्र जिसका रिश्ता खत्म हो गया है आज सम्मोहन की वह प्रक्रिया बता रही हूं पति भी करे पत्नी भी करे जिससे भी इच्छा है

    pati vashikaran mantra पति वशीकरण मंत्र इस रिश्ते को एक और मौका देने का वह करे यह प्रयोग सात समंदर पार भी छुपा दे कोई आपके पार्टनर को वहां से वो सारे बंधनों को तोड़कर आपके लिए आएगा कितना भी कान भरे उसका कोई आपके खिलाफ कितनी भी अपशब्द गलत बातें आपको कोई सिखा दे अपने पार्टनर के प्रति ये पर्दा हटेगा ये नकारात्मक चीजें जो आपके दिमाग में बिठा दी गई है

    pati vashikaran mantra पति वशीकरण मंत्र - सबसे प्रभावशाली मंत्र पति वशीकरण के लिए ph 8528057364
    pati vashikaran mantra पति वशीकरण मंत्र – सबसे प्रभावशाली मंत्र पति वशीकरण के लिए ph 8528057364

    आपके पार्टनर के लिए इसका भ्रम टूटेगा उसका वो भाग कर आएगा आपके पास आपको इज्जत से ससुराल लेकर जाएगा वो किसी की नहीं सुनेगा केवल आपकी सुनेगा आपकी हर बात मानेगा और जिस प्रेम को दबा दिया गया है दो परिवार के मिलकर जिस रिश्ते को खत्म करने का प्रयास किया गया है वो रिश्ता फिर से पन पेगा फिर से आपका प्यार आपके पास होगा आपका पति होगा आपके पास आपकी पत्नी होगी आपके पास ये रिश्ता खराब नहीं होगा नहीं टूटेगा

    एक ऐसी प्रक्रिया आज सिखाने जा रही हूं पति भी करें पत्नी भी करें प्यार जब अंतिम कागार पर हो तो फिर से परवान चढ़ेगा धानु जन जय पदम ध्यान दीजिए समझ कर कीजिए यह एक अद्भुत वशीकरण है जिसने भी सीखकर कर लिया एक बार में सफलता मिलेगी यहां तक की सफलता से पहले सफलता के संकेत भी प्राप्त होंगे जान लीजिए प्रथम मैं कौन हूं

    इस परिवार का हिस्सा बनिए रिश्ता बिल्कुल टूटने की कगार पर आ गए तब करे यह प्रयोग ध्यान दीजिए किस दिन करना है कैसे करना है जान दीजिए कि इस मंत्र से सामने वाले को आकर्षित करना है

    पति वशीकरण मंत्र  साधना विधि 

    pati vashikaran mantra पति वशीकरण मंत्र आज एक मोहिनी मंत्र बता रही हूं सम्मोहन की एक अद्भुत प्रक्रिया बता रही हूं किन चीजों की आवश्यकता है ध्यान से सुनिए छोटा सा कोई भी पात्र रख लीजिएगा

    कोई भी प्लेट कटोरी रख लीजिएगा अपने पास और आपको केवल दो तस्वीर चाहिए एक आपकी तस्वीर एक अपने पति की तस्वीर और कुछ नहीं चाहिए केवल दो तस्वीर चाहिए तस्वीर करंट हो तीन साल से ज्यादा पुरानी ना हो उसमें चेहरा टेढ़ा मेड़ा इधर उधर देखा हुआ ना हो चश्मा वगैरह नहीं लगा हुआ हो आप कपड़ा ना मुंह में बांधे हो इस बात का ध्यान रहे साफ सुथरी सामने देखती हुई बिल्कुल नई तस्वीर हो जिससे कि सम्मोहन प्रक्रिया को आसानी मिल सके आप इसे मध्यरात्रि में करना है और केवल और केवल शनिवार के दिन करना है और किसी दिन नहीं करना है

    आपको लगातार तीन दिन यह प्रक्रिया करनी है परंतु प्रारंभ आपको शनिवार के दिन से ही करना है मध्य रात्रि 12 बजे 1 बजे 2 बजे आप कर सकते हैं प्रात 4:00 बजे से पहले आपको कर लेना है मध्यरात्रि को आप पूर्व दिशा की और चेहरा करके एक आसन बिछाकर बैठ जाए एक पात्र सामने रख ले और दो तस्वीर रख ले महज 11 मिनट में आपका पार्टनर आपका होगा आज जो प्रक्रिया बता रही है उसमें सिर्फ 11 मिनट लगने वाले हैं ध्यान से सुनिए अपने जीवन के महत्त्वपूर्ण समय में से कीमती 11 मिनट निकालिए आपका टूटता संबंध फिर से जुड़ जाएगा जो रो रहे हैं सब कोई रिश्ता टूट है

    आपको लग रहा अब क्या होगा सिर्फ यह 11 मिनट चमत्कार ना दिखा दे आपके जीवन में तो कहिए प्रथम आपको अपनी तस्वीर को न मिनट तक देखनी है घड़ी बिल्कुल सामने रखें मोबाइल फोन अपने सामने रखें जिसमें घड़ी देखकर न मिनट तक खूब गहरी लंबी सांस ले और अपनी तस्वीर को ध्यान से देखें कोशिश करें कि पलके कम बार आप बंद खोल करें अगर तीन मिनट तक आप आंखें ना मटकाए तो बहुत अच्छी बात है

    एक दो बार चलेगा बिल्कुल ध्यान केंद्रित करके अपनी तस्वीर को न मिनट तक लगातार देखें और उसके बाद तीन मिनट तक अपने पति की तस्वीर को देखें 6 मिनट तक लगातार आपको अपने और अपने पति की तस्वीर को एकएक करके ध्यान देके देखना है और देखने का मतलब ऐसे देखना है कि उस क्षण मुझे संसार की कोई चीज दिखाई ना दे अपने ध्यान को बिल्कुल केंद्रित कीजिए

    अपने पति की तस्वीर पर और अपने तस्वीर पर और उसके बाद चलिए दोनों तस्वीर को हाथ पर रक कर इसे हम मजबूत बनाते हैं एक मंत्र के माध्यम से इसे हम सार्थक बनाते हैं हाथ मुट्ठी ऐसे बंद कीजिए दोनों तस्वीर आपके हाथ में होगी आपको जो मंत्र बोल रहे हैं

    उसका उच्चारण बिल्कुल सही सही कीजिएगा इसीलिए स्क्रीन पर मंत्र लिख दे रही हूं भूलकर भी कोई गलती ना करें आपको कहना है ओम सामने वाले का नाम सम्मोहन सोहन भवंतु ओम संमोहन संमोहन भव इस मंत्र को 5 मिनट तक चाहे जितनी भी संख्या हो आपको नहीं गिनने है

     

    इस मंत्र को 5 मिनट तक लगातार बोलकर इन दोनों तस्वीर को आप सम्मोहन प्रक्रिया के लिए तैयार कर ले उसके बाद जो पात्र आपने रखा है उसी पर रखकर इन दोनों तस्वीर को साथ में पकड़कर जला दें और जो राख है वह इस पात्र पर रहे ध्यान दीजिए पा दोनों तस्वीर जलने के बाद बहुत सारी राख बच जाएगी उस राख को पूरा मिला दे और ने माथे पर एक लंबा तिलक लगा ले

    आंखें बंद करके अपने और अपने पति को साथ देखने का प्रयास करें मुस्कुराता हुआ प्रेम करता हुआ साथ घूम रहे हैं साथ खा रहे हैं बातें कर रहे हैं सब कुछ अच्छा हो रहा है इस चीज को देखें बस आपको आज की रात्रि इतना ही कर लेनी है इस पात्र को छुपा कर रख देना है अगली रात्रि को पुनः आपको इस राख से एक तिलक लेना है पूर्व दिशा की ओर चेहरा करना है आंखें बंद करके

    जो मंत्र मैंने कहा है पाच मिनट तक इस मंत्र का जप करना है आंखें आख बंद करके सकारात्मक चीजें देखनी है आपका पति आपका हाथ पकड़ा है आप अपने पार्टनर के साथ घूमने जा र हैं वो आपके लिए तोहफे लेकर आ रहा है वो आपको फूल दे रहा है ऐसे आप सकारात्मक चीजें देखिए तीसरी रात्रि पुनः आपको ये क्रिया दोहराने है और इन तीन रात्रि के बीच में ही आपको स्वप्न में एक रात दिखाई देगा

    आपका पार्टनर अब ध्यान से सुनिए यदि सकारात्मक दिखाई दे वो आपसे मुस्कुरा कर बातें कर रहा है वो आपके पास आ गया है तो एक बात है कि आपने वशीकरण में कोई भी त्रुटि नहीं की है और बिल्कुल आपका काम पूरा होगा परंतु यदि कोई नकारात्मक चीज आप स्वप्न में देखती हैं जैसे वह झगड़ा कर रहा है आकर व आप लड़ाई कर रहा है

    व आपको मार रहा है वह आपको गालिया दे रहा है संबंध टूट रहा है आप दोनों बिछड़ रहे हैं इस तरह का कोई भी चीज आप देखते हैं तो समझो कोई ना कोई वशीकरण में त्रुटि हुई है और आपको पुनः दिन रात्रि इसे दोहरा पड़ेगी कभी विफल ना होने वाला यह सम्मोहन पर गिरिया अवश्य करें आपका प्यार होगा आपके वश में आपका विध होगा आपके पक्ष में अपना अनुभव मेरे साथ भी अवश्य साझा करें बहुत-बहुत धन्यवाद

    2 pati vashikaran mantra पति वशीकरण मंत्र

     

    पति को वश में करने का यह मन्त्र सवा लाख बार जप करने पर सिद्ध हो जाता
    है। प्रयोग के समय इसका एक सौ आठ बार जप करें किसी वस्तु को मंत्राभिषिक्त
    कर पति को खिला दें। वह सदा आज्ञाकारी बना रहेगा।

  • ok हनुमान वशीकरण मंत्र | वीर हनुमान मोहिनी साधना | हनुमान आकर्षण मंत्र | बजरंग मोहिनी मंत्र ph.85280 57364

    हनुमान वशीकरण मंत्र | वीर हनुमान मोहिनी साधना | हनुमान आकर्षण मंत्र | बजरंग मोहिनी मंत्र  ph.85280 57364

     

    हनुमान वशीकरण मंत्र | वीर हनुमान मोहिनी साधना | हनुमान आकर्षण मंत्र | बजरंग मोहिनी मंत्र
    हनुमान वशीकरण मंत्र | वीर हनुमान मोहिनी साधना | हनुमान आकर्षण मंत्र | बजरंग मोहिनी मंत्र

    हनुमान वशीकरण मंत्र ,वीर हनुमान मोहिनी साधना,हनुमान आकर्षण मंत्र ,बजरंग मोहिनी मंत्र नमस्कार दोस्तों आज मैं आपके लिए बहुत ही अद्भुत हनुमान वशीकरण मंत्र लेकर आया हूं हैं जो कि बहुत ही शक्तिशाली है यह मंत्र आप किसी भी शुभ अवसर जैसे होली दीपावली दशहरा की पूर्णिमा अमावस्या आधी मुहूर्त पर सिद्ध कर सकते हैं अगर आप जैसे इस होली पर सिद्ध करते हैं तो मात्र एक दिन मैं आपको 11 माला का जप करना पड़ेगा अगर आप नार्मल दिनों न करते हैं यह मंत्र सिद्ध तो आपको 11 दिनों तक जाप करना पड़ेगा

    सबसे पहले आपको हनुमान मंदिर पर प्रभु से आज्ञा लेनी है कि इस मंत्र की सिद्धि मुझे प्राप्त हो और साथ हनुमान जी को दो बता से ले सकते हैं या दो बूंदी के लड्डू लेना है और एक नारियल प्रभु के चरणों पर अर्पित करना है और उनसे प्रार्थना करना है कि प्रभु इस मंत्र की सिद्धि मुझे प्राप्त हो और मैं आपको वादा करता हूं कि मैं इस मंत्र को जायज काम में स्थित  करूंगा

    अब कि किसी के नुकसान के लिए इस्तेमाल नहीं करूंगा उसके बाद आप घर लौट आएं अगर नॉर्मल दिनों में साधना करते हैं तो मंगलवार या शनिवार से आपको शुरुआत करनी है अगर आप शुभ अवसर पर इसे होली पर करते हैं कि आने वाला त्योहार होली है उसमें आप करते हैं तो आपको मंगलवार और शनिवार का व्रत नहीं करना है सबसे पहले आपको एक पातर  की जरूरत पड़ेगी

    पाठक को आप बिछाइए उस पर गंगाजल छिड़का किए और उसको पूछिए उसके बाद लाल वस्त्र बिछा लीजिए उस पर कलश स्थापित करिए हनुमान बाबा की तस्वीर या मूर्ति या राम दरबार की भी आप मूर्ति तस्वीर स्थापित कर सकते हैं उसके बाद आप चिराग जला यह जो भी आपके पास भोग प्रसाद हो वह प्रभु के चरणों में अर्पित करिए सुगंधित है जिसे गूगल हो गई धूप हो गई

    वह आप जल आइए दोस्तों दिए में जो तेल होगा वह चमेली का होगा उसके बाद आप गणेश भगवान का ध्यान करिए फिर जो भी आपके गुरु है उनका ध्यान करिए अगर गुरु नहीं है तो शिवजी का ध्यान करते हुए उन्हें गुरु माने उस तो अगर आप शुभ मुहूर्त पर करते हैं तो आपको एक ही दिन में 11 माला पढ़नी है अगर आप मंगलवार या शनिवार से स्टार्ट करते हैं तो प्रत्येक दिन 11 माला का जप करना है 11 दिन तक दोस्तों अपना आसन लगा लीजिए

    आसन को ही सभी चलेगा माला रुद्राक्ष या मूंगे की माला की आवश्यकता रहेगी दोस्तों अगर आप शुभ मुहूर्त पर करते हैं तो 11 माला के बाद आपको एक मामला उस मंत्र का हवन भी करना है कि हवन जो नार्मल सामग्री लगती है उसी से करें इस्तेमाल जानते हैं दोस्तों कि यह मंत्र आप 11 बार पढ़कर जिस किसी व्यक्ति पर फूंक मार देंगे कि तो वह आपके बात मानने पर मजबूर हो जाएगा

    लेकिन जायज कामों में ही इसका इस्तेमाल करें वह मंत्र को जानते हैं दोस्तों ओम नमो महावीर हनुमान धाए धाए चलो अपनी मोहन झाला व मुमकिन थी मेरे लिए ना बांधी तो मेरी जान मेरे गुरु ज्ञान छुआ था पूरी इस  सबसे पहले मंत्र को कंडक्ट करें फिर इसको सिद्ध करें फिर इसका इस्तेमाल करें तो मंत्र बहुत ही शक्तिशाली है और विश्वास करने की आवश्यकता है यह थी जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट में जरूर बताइए आज के लिए इतना ही धन्यवाद जय माता जी

     

     

  • ok vashikaran beej mantra प्राचीन वशीकरण बीज मंत्र | सबसे शक्तिशाली वशीकरण मंत्र बताइए ph.85280 57364

    vashikaran beej mantra प्राचीन वशीकरण बीज मंत्र | सबसे शक्तिशाली वशीकरण मंत्र बताइए

    vashikaran beej mantra प्राचीन वशीकरण बीज मंत्र | सबसे शक्तिशाली वशीकरण मंत्र बताइए
    vashikaran beej mantra प्राचीन वशीकरण बीज मंत्र | सबसे शक्तिशाली वशीकरण मंत्र बताइए
    vashikaran beej mantra प्राचीन वशीकरण बीज मंत्र | सबसे शक्तिशाली वशीकरण मंत्र बताइए नमस्कार जय माता दी सबको स्वागत है आपका gurumantrasadhna.com स्वागत है आप सब उम्मीद करते हैं की आप सब ठीक होंगे खुश होंगे और आशा करते हैं की आप सभी को हमारी लेख पसंद आ रहे होगे 
    आज बात करेंगे vashikaran beej mantra प्राचीन वशीकरण बीज मंत्र की एक ऐसा मंत्र एक इसके साथ जुड़ा हुआ एक ऐसा उपाय जो अगर आपने किसी भी व्यक्ति के सामने कर लिया किसी भी महिला के सामने कर ले किसी भी पुरुष के सामने कर लिया किसी भी लड़की के सामने यह कर लिया तो वह इस समय आपका दीवाना बन जाएगा
    इसे ऐसा वशीकरण बीज मंत्र कहा जाता है जो की अपना रिजल्ट एक दिन के अंदर आपको दिखा देगा यह बहुत ही वशीकरण बीज मंत्र आपका सीरियस हो जाएगा आपके लिए आपका बेहद दीवाना हो जाएगा आपके बिना एक दिन भी रहना उसके लिए मुश्किल हो जाएगा तो जिसे आप अपना बनाना चाहते हैं इस के लिए ही आपने यह चीज करनी है
    यह नहीं है की आप किसी के लिए सीरियस नहीं है और वो अगर आपको चुनेगा  आपके लिए कुछ ना कुछ कर रहा है लेकिन आप अब आप उसके लिए सीरियस नहीं रहे हैं तो वो व्यक्ति वो जो ये उपाय है उसको तो नुकसान पहुंचाएगा ही और आपको भी पहुंच सकता है आप दोनों मुसीबत में  हो सकते हैं। 

     

    दीपावली या ग्रहण के अवसर पर इस मन्त्र का ग्यारह सौ की संख्या में जप
    करने के उपरान्त एक सौ आठ बार हवन करने मात्र से मन्त्र की सिद्धि हो जाती है।
    फिर आवश्यकता पड़ने पर इस मन्त्र को ग्यारह बार पढ़ें। अभीष्ट व्यक्ति अनुकूल हो
    जाएगा।

     

    ग्यारह दिनों में ग्यारह जप से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है। इसके बाद बिनौला
    (कपास), पीली सरसों तथा चूहे के बिल की मिट्टी एक हाथ में लेकर तीन बार इस
    मन्त्र को पढ़कर फूंक मारें। इससे यह मिश्रित मन्त्र सिद्ध होकर अत्यधिक प्रभावी हो
    जाता है। जिस भी व्यक्ति पर आकर्षण का प्रयोग करना हो, उसका पहना हुआ कोई
    वस्त्र लेकर उस पर यह मन्त्रसिद्ध मिश्रित मन्त्र पढ़ते हुए छिड़क दें। अभीष्ट व इच्छित
    व्यक्ति जहाँ भी होगा, वहाँ से घर लौट आएगा।

    कामाख्या सिंदूर क्या है – क्या लाभ है – कैसे प्राप्त करे What is Kamakhya Sindoor – What are its benefits – How to get it ph.85280 57364

  • ok नमक से शत्रु का नाश | शत्रु का नाश करने वाला मंत्र namak se shatru ka nash ph.85280 57364

    नमक से शत्रु का नाश | शत्रु का नाश करने वाला मंत्र मंत्र namak se shatru ka nash ph.85280 57364

    नमक से शत्रु का नाश | शत्रु का नाश करने वाला मंत्र namak se shatru ka nash ph.85280 57364
    नमक से शत्रु का नाश |शत्रु का नाश करने वाला मंत्र namak se shatru ka nash ph.85280 57364

    नमक से शत्रु का नाश |शत्रु का नाश करने वाला मंत्र namak se shatru ka nash ph.85280 57364 नमक से शत्रु का नाश करना तांत्रिक के लिए कोई नया काम नहीं है। तंत्र में ऐसी अनेक शक्तियां होती हैं जिनकी मदद से शत्रु का नाश किया जा सकता है। अगर कोई तांत्रिक या अघोरी नमक पर जादू टोना कर दे, तो नमक से शत्रु का नाश करना आसान हो जाता है।

    एक तांत्रिक जानता है कि नमक को कैसे ऐसी काली शक्तियों से बांधा जाए, जिससे नमक से शत्रु का नाश संभव हो। आज आप ऐसे ही तांत्रिक उपाय पढ़ेंगे, जिनका उपयोग करके आप अपने शत्रु को हरा सकते हैं और उसे मृत्यु की गहरी निद्रा में सुला सकते हैं। प्रिय पाठकों, चलिए जानते हैं कि नमक से शत्रु का नाश कैसे करना है।

     

    नमक से शत्रु का नाश करना उतना ही कठिन है जितना की किसी मृत व्यक्ति को फिर से जीवित करना. यदि कोई साधक अपने शत्रु का नाश करना चाहता है तो वह तंत्र के मार्ग पर चलकर कुछ ऐसी विधियां अपना सकता है जिनके माध्यम से शत्रु का नाश किया जा सकता है. नमक से शत्रु का नाश करने का टोटका करके साधक अपने शत्रु से अपना प्रतिशोध पूरा कर सकता है और यदि शत्रु को इस भूलोक से मुक्त करना चाहते है तो भी आप टोटका कर सकते है.

    बहुत से लोगों को यह धरना है कि नमक से शत्रु का नाश नहीं किया जा सकता है और यदि टोटका या उपाय किया जाए तो शत्रु के बजाय हमें ही नुकसान होने लगता है। ऐसे साधकों को हम यह कहना चाहेंगे कि आप शत्रु को तब तक कोई हानि न पहुंचाएं जब तक कि शत्रु आपको क्षति न करें। तंत्र अपनी रक्षा के लिए किया जाता है, न कि किसी को पीड़ा पहुंचाने के लिए।

    तंत्र के अनुसार, साधक जटिल कार्य को सरलता से कर सकता है। यदि आप अपने शत्रु पक्ष के पीड़ित हैं, तो हम आपको अनेक चमत्कारी विधियाँ बताएँगे जिनकी सहायता से आप अपने शत्रु का सर्वनाश कर सकते हैं। उन विधियों में से एक है नमक से शत्रु का नाश करना। यदि आप नमक पर मंत्रों का जाप करके अपने शत्रु के घर में रख दें, तो शत्रु का नाश हो सकता है, लेकिन मंत्रों की विधि अत्यधिक जटिल होती है।

     

    जैसा कि आप जानते हैं, नमक खाने में कड़वा और तीखा लगता है, उसी तरह यदि आप अपने शत्रु को नमक पर टोटका करके खिला देंगे या उसके घर में छिपा देंगे, तो आपके शत्रु का जीवन भी नमक की भांति कठोर और कड़वा बन जाएगा। नमक से शत्रु का नाश करना आसान नहीं है क्योंकि आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में समय की कमी होती है और टोटके और उपाय में समय लगाना अनिवार्य होता है।

    सेंधा नमक से शत्रु का नाश करना एक प्राचीन  का  उपयोग है। इसके अलावा, काली बिल्ली के कपाल, मल, मूत्र, नख और बाल, चंदन का टीका, गोबर के उपले, गाय का घी, केवड़ा और पुष्प भी शत्रु का नाश करने में मदद कर सकते हैं।

    शत्रु का नाश करने के लिए बिल्ली के कपाल और नमक का उपयोग करना बहुत सरल है। जो व्यक्ति अपने शत्रु का नाश करना चाहता है, उसे शनिवार के दिन उपरोक्त सभी सामग्री को एकत्रित करके किन्नरों के अंतिम संस्कार के स्थान पर जाना चाहिए। वहां बैठकर, अपने सामने काली बिल्ली के कपाल को रखें और उसे सेंधा नमक से भर दें। इसके बाद, गाय के सूखे उपले पर चंदन से अपने शत्रु का नाम लिखें और गाय का घी डालकर कपाल के पास रखें और उसे जला दें। इन सभी कार्यों के बाद, काली बिल्ली के नख पर केवड़े का इत्र लगाएं और अपने दाहिने हाथ में लेकर इस शक्तिशाली मंत्र का 1100 बार जाप करें

     

     

    मंत्र जाप के बाद, साधक को बिल्ली के नख को कपाल में रखने के बजाय उसे नमक के अंदर गाड़ देना चाहिए। उसके बाद, साधक को उन्नीस पुष्प दाहिने हाथ में लेकर जलते उपले के ऊपर चढ़ाना चाहिए। इसके बाद, साधक को बिल्ली के मल में बिल्ली का मूत्र मिलाकर घोल बनाना चाहिए। उस घोल से साधक को कपाल के चारों तरफ सुरक्षा घेरा बनाना चाहिए और अपने मन में शत्रु का स्मरण करना चाहिए। नमक से शत्रु का नाश करने की विधि को आगे बढ़ाते हुए, साधक को कपाल में भरे नमक को बाहर निकालना चाहिए और इस नमक को अपने शत्रु के घर के बाहर रखना चाहिए। नमक में रखा बिल्ली का नख को साधक को बाहर निकाल

     

    लक्ष्मी कुबेर मंत्र धन प्राप्ति lakshmi kuber mantra dhan prapti ph.85280 57364

     

  • okलक्ष्मी कुबेर मंत्र धन प्राप्ति lakshmi kuber mantra dhan prapti ph.85280 57364

    लक्ष्मी कुबेर मंत्र धन प्राप्ति lakshmi kuber mantra dhan prapti ph.85280 57364

     

    लक्ष्मी कुबेर मंत्र धन प्राप्ति lakshmi kuber mantra dhan prapti ph.85280 57364
    लक्ष्मी कुबेर मंत्र धन प्राप्ति lakshmi kuber mantra dhan prapti ph.85280 57364

     

    लक्ष्मी कुबेर मंत्र धन प्राप्ति lakshmi kuber mantra dhan prapti हिन्दू धर्म में धन को देवता माना गया है, और इसका सबसे महत्वपूर्ण प्रतीक है कुबेर देव. इनके तीन मंत्रों का जाप करने से जीवन में धन की वृद्धि होती है और दरिद्रता दूर होती है. इस लेख में, हम जानेंगे कुबेर के मंत्रों के महत्व को और इन्हें कैसे अपने जीवन में शामिल कर सकते हैं.

     

    कैसे करें इस मंत्र जाप का जाप: दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके 108 बार इस मंत्र का जाप करें. जाप करते समय धनलक्ष्मी कौड़ी को अपने पास रखें. बेल के पेड़ के नीचे बैठकर इस मंत्र का 1 लाख बार जप करने से सभी आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं. तीन महीने तक लगातार इस मंत्र का जाप करने से जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है.

    अष्टलक्ष्मी कुबेर मंत्र

     

    कैसे करें इस मंत्र जाप का जाप: इस माता लक्ष्मी और कुबेर देवता का मंत्र है. इस मंत्र का सच्चे मन से जप करने से जीवन से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और पद, प्रतिष्ठा, सौभाग्य की प्राप्ति होती है. शुक्रवार की रात को इस मंत्र का जाप करना बहुत शुभ माना गया है.

    धन प्राप्ति हेतु कुबेर मंत्र

     

    कैसे करें इस मंत्र जाप का जाप: किसी भी पूजा के बाद इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को सभी भौतिक सुख प्राप्त होते हैं. उसके जीवन में धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहती है. धन प्राप्ति के लिए कुबेर देव के मंत्र का नियमित जाप करने वालों को कभी भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है.

    माध्यमिकता का रूप – धन और धरोहर

    हमारे जीवन में कुबेर मंत्रों का आत्मगत समर्पण करने से न केवल धन की प्राप्ति होती है, बल्कि हमारे सार्वभौमिक स्तर पर भी एक सकारात्मक परिवर्तन होता है. ये मंत्र हमें आर्थिक सफलता की सीधी राह में मार्गदर्शन करते हैं, साथ ही हमें आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में भी प्रेरित करते हैं.

    सामाप्ति

    कुबेर मंत्रों का नियमित जाप करना हमें धन, समृद्धि, और आर्थिक स्थिति में सुधार प्रदान कर सकता है. इन मंत्रों के अद्भुत फलों को अनुभव करने के लिए इसे नियमितता से अपने जीवन में शामिल करें.

    5 अनूतित सामान्य प्रश्न (FAQs)

    1. क्या ये मंत्र सिर्फ धन के लिए ही हैं?
      • नहीं, इन मंत्रों का जाप करने से न केवल धन बढ़ता है, बल्कि आपका जीवन समृद्धि और सुख-शांति से भरा रहता है.
    2. क्या ये मंत्र वास्तविकता में कारगर हैं?
      • हाँ, अनेक लोगों ने इन मंत्रों के जाप से सकारात्मक परिणाम देखे हैं और इन्हें अपने जीवन के सफलता का एक अहम हिस्सा माना है.
    3. क्या ये मंत्र सभी के लिए हैं?
      • हाँ, कोई भी इन मंत्रों का जाप कर सकता है, चाहे वह युवा हो या बुजुर्ग.
    4. क्या हर मंत्र का अलग महत्व है?
      • हाँ, प्रत्येक मंत्र का विशिष्ट महत्व है और व्यक्ति को उसके लक्ष्य के अनुसार चयन करना चाहिए.
    5. क्या इन मंत्रों का नियमित जाप करने से सभी समस्याएं हो जाती हैं?
      • इन मंत्रों का नियमित जाप करने से व्यक्ति को अनेक समस्याएं दूर हो सकती ह

    Goga jaharveer sadhna प्राचीन नाथपंथ की गोगा जाहरवीर साधना ph. 8528057364

    त्रिकालदर्शी बनने की मातंगी साधना Matangi sadhna ph.85280 57364

    kala Jadu tona ke lakshan काला जादू टोना का लक्षण ph.8528057364

     

  • ok kuber sadhana कुबेर साधना धन और समृद्धि प्रपाती की साधना ph.85280 57364

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    1. परिचय: kuber sadhana कुबेर साधना

    kuber sadhana कुबेर साधना धन और समृद्धि प्रपाती की साधना कुबेर वह हैं जिन्हें इस ब्रह्मांड  पर मौजूद सभी धन के  देवता कहा जाता है। उनकी पूजा और उपासना विशेषकर तेजी से धन प्राप्ति, लॉटरी के माध्यम से अनायासी धन की प्राप्ति, और समृद्धि के लिए की जाती है। यहां तक कि भगवान विष्णु भी मानते हैं कि कुबेर kuber अमित धन और समृद्धि की आधारशिला हैं।

    महान तांत्रिक रावण ने भी कुबेर kuber की सहायता ली थी जब उन्होंने सोने की नगरी, लंका, बनाने का इरादा किया था। वास्तव में, कुबेर थे जिनका लंका को स्वामित्व था, और उनकी शक्तियों से यह प्रशांत नगर बना था।

    3.kuber sadhana कुबेर साधना के लाभ: सफलता का स्रोत

     

    1. साधक को सामग्री सफलता और धन से आशीर्वाद मिलता है।

    2. ऐसे साधक की जीवन में अचानक धन प्राप्ति की संभावना में वृद्धि होती है।

    3. ऐसे व्यक्ति की धन और समृद्धि कभी भी घटता नहीं है, चाहे वह जितना भी खर्च करें।

     

    4. kuber sadhana कुबेर साधना साधना  विधि 

     

    कुबेर साधना के लिए कुबेर यंत्र, कमलगट्टा माला, और 108 लाल गुलाबों की आवश्यकता है। इस साधना को करने का सबसे शुभ दिन धन त्रयोदशी है, हालांकि इसे किसी भी अमावस्या रात या किसी भी रविवार को भी प्रयास किया जा सकता है।

    1. सूर्योदय से पहले उठें और स्नान करें।
    2. पीले रंग के कपड़े पहनें और उत्तर की ओर मुख करके पीले चटाई पर बैठें।
    3. एक लकड़ी की पट्टी लें और उसे भी ताजगी से पीले कपड़े से ढ़ंग से ढ़कें।
    4. गुरुदेव की तस्वीर रखें और उनकी पूजा करें।
    5. तेल की दीपक और एक धूपबत्ती जलाएं।
    6. फिर क्रिस्टल माला के साथ एक दौरा गुरु मंत्र का जप करें और सफलता की कामना करें।
    7. अब एक प्लेट लें और उस पर चावल का ढेर बनाएं। कुबेर यंत्र को इसके ऊपर रखें और नीचे दिए गए मंत्र का उच्चारण करते हुए एक गुलाब का फूल अर्पित करें।

    kuber sadhana mantra कुबेर साधना मंत्र 

     

    इस साधना से यह सुनिश्चित होता है कि कुबेर भगवान स्थायी रूप से आपके घर में रहते हैं। इस रीति को पूरे वर्ष के सभी महीनों के अमावस्या रात्रियों पर दोहराना सुनिश्चित करता है कि कोई भी कमी इस साधक के जीवन में नहीं बनी रह सकती है। यह साइकिल अगले धन त्रयोदशी को पूरा होती है।

    **ध्यान दें: साधना या किसी अन्य दीक्षा करने से पहले पूज्य गुरुदेव से गुरु दीक्षा प्राप्त करना अनिवार्य है। कृपया guru mantra sadhna ,  से ईमेल, व्हाट्सएप, फ़ोन या अनुरोध से संपर्क करें और पवित्रीकृत-ऊर्जा से समृद्धि और मंत्र-सिद्धि युक्त साधना सामग्री और आगे के मार्गदर्शन के लिए संपर्क करें।ph.85280 57364

    समापन: 

    कुबेर साधना एक उच्च प्रभावी और सीधे साधना है जो धन और समृद्धि की दिशा में अद्वितीय मार्ग प्रदान करती है। इसे पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से मात्र, यह आपके जीवन को सुखमय और समृद्धिपूर्ण बना सकता है।

    FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

    Q1: क्या कुबेर साधना से वास्तविक में धन मिलता है?

    A1: हाँ, कुबेर साधना से साधक को वास्तविक और स्थायी धन की प्राप्ति हो सकती है।

    Q2: कौन-कौन से सामग्री आवश्यक हैं साधना के लिए?

    A2: साधना के लिए कुबेर यंत्र, कमलगट्टा माला, और गुलाबों की संख्या में १०८ आवश्यक हैं।

    Q3: साधना कब और कैसे करें?

    A3: सबसे शुभ दिन धन त्रयोदशी है, लेकिन इसे किसी भी अमावस्या रात या रविवार को भी किया जा सकता है। साधना को सुबह के समय करना आवश्यक है।

     

     

  • ok tilottama apsara sadhna तिलोत्तमा अप्सरा साधना से धन-ऐश्वर्य और सुंदरता प्रपात होती हैं फ़ोन नंबर 8528057364 

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    tilottama apsara sadhna तिलोत्तमा Tilottama अप्सरा साधना से धन-ऐश्वर्य और सुंदरता प्रपात होती हैं benefits of tilottama apsara Sadhana तिलोत्तमा Tilottama एक अत्यंत सुंदर अप्सरा थी जो स्वर्ग में निवास करती है । उसकी सुंदरता को लेकर वेदों में 108 अप्सराओं में उन्हें सबसे सुंदर माना गया है। पुराणों के अनुसार, तिलोत्तमा Tilottama की रचना ब्रह्माजी ने की थी जब उन्होंने सम्पूर्ण सृष्टि की सुन्दर वस्तुओं से तिल-तिल भरकर उसे बनाया। इससे उसका नाम तिलोत्तमा Tilottama पड़ा तिलोत्तमा Tilottama का अर्थ ,तिलोत्तमा Tilottama अप्सरा फोटो ,तिलोत्तमा Tilottama किसकी रचना है,तिलोत्तमा Tilottama अप्सरा की कहानी

    अप्सराएं, भारतीय पौराणिक साहित्य में सुंदरता और दिव्यता के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत होती हैं। इनमें से एक महत्त्वपूर्ण अप्सरा है – तिलोत्तमा Tilottama । इस लेख में हम जानेंगे कि तिलोत्तमा Tilottama अप्सरा की साधना क्यों और कैसे की जाती है और इससे कैसे आप सुख और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।

    तिलोत्तमा Tilottama अप्सरा का प्रत्यक्षीकरण एक श्रमसाध्य कार्य है, और इसमें मेहनत बहुत ही जरुरी है। इसके बाद, जीवन में कोई भी दुर्लभ नहीं रह जाता।

    इसके साथ ही, तिलोत्तमा Tilottama अप्सरा अप्रत्यक्ष रूप से भी साधक की सहायता करती हैं। साधना की शुरुआत होते ही धीमी धीमी खुशबू का प्रवाह होता है, जो तिलोत्तमा Tilottama के सामने होने की पूर्व सूचना के रूप में है।

    तिलोत्तमा Tilottama साधना करने से साधक को सभी सुखों की प्राप्ति होती है। यह एक अद्वितीय अनुभव है जो साधक को आत्मा के साथ जोड़ता है।

    साधना करते समय खुशबू का अनुभव साधक को धीरे-धीरे समृद्धि की दिशा में मोड़ने लगता है। यह खुशबू तिलोत्तमा Tilottama के सामने होने का सूचक होती है और साधना की सफलता की पूर्व सूचना देती है।

    यहां महत्त्वपूर्ण है कि खुशबू का मौजूद होना तिलोत्तमा Tilottama साधना की सफलता का सूचक नहीं होता, बल्कि यह भी एक ऊँची भौतिकीकृत ऊँचाई को दर्शाता है।

    अप्सरा के प्रत्यक्षीकरण का पूरा कार्यक्रम एक श्रमसाध्य है, और इसमें मेहनत बहुत ही जरुरी है। एक बार इस साधना के बाद कुछ भी दुर्लभ नहीं रह जाता, इसमें कोई दोराय नहीं है।

    इसमें मेहनत का महत्वपूर्ण स्थान है, और साधक को अपनी उत्साही मेहनत से सफलता प्राप्त करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

    सामान्यतः, अप्सरा साधना गोपनीयता की श्रेष्णी में आती है, लेकिन इसे साधारित व्यक्ति भी कर सकता है। इसमें किसी विशेष ज्ञान या पंडित तांत्रिक की आवश्यकता नहीं है।

    इन साधनाओं की खास बात यह है कि इन्हें साधारित व्यक्ति भी कर सकता हैं, मतलब उसको पंडित तांत्रिक बनाने की कोई अवश्यकता नहीं है।

     

    तिलोत्तमा Tilottama अप्सरा की कहानी

    तिलोत्तमा Tilottama अप्सरा की कहानी
    तिलोत्तमा Tilottama अप्सरा की कहानी

    तिलोत्तमा Tilottama की कई कथाएं पुराणों में मिलती हैं, जिनमें से एक कथा यह है:

    कश्यप ऋषि के दो पुत्र थे, हिरण्यकशिपु और हिरण्याक्ष। हिरण्यकशिपु के वंश में निकुंभ नामक एक असुर उत्पन्न हुआ था, जिसके दो पुत्र सुन्द और उपसुन्द थे। इन दोनों बड़े शक्तिशाली थे और उन्होंने त्रिलोक्य विजय की इच्छा से विन्ध्यांचल पर्वत पर तप किया। इस तप से प्रसन्न होकर ब्रह्माजी ने उन्हें वर मांगने का कहा, लेकिन उन्होंने अमरत्व का वर मांगा।

    ब्रह्मा ने इसे देने से इनकार कर दिया, उन दोनों ने सोचा कि वे दोनों भाई कभी आपस में नहीं लड़ते। वे हमेशा प्यार से रहते हैं और दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं। उन्हें पूरा विश्वास था कि वे कभी भी एक-दूसरे के ख़िलाफ़ कुछ नहीं करेंगे। इसीलिए उन्होंने यह सोचकर भगवान ब्रह्मा से यह वरदान मांगा कि इस संसार में एक-दूसरे को छोड़कर कोई भी उन्हें मार न सके।

    । इसके बाद सुन्द और उपसुन्द ने त्रिलोक्य में अत्याचार करना शुरू किया, जिससे सभी देवता और देवी बहुत दुःखी हो गए। तब ब्रह्मा ने तिलोत्तमा Tilottama नामक अप्सरा को सृष्टि किया और उन्हें दोनों भाइयों को आपस में लड़ाने के लिए भेजा।

    फिर उन्होंने वरदान पाकर सुन्द और उपसुन्द को अपने प्रेम में लिपटा रखा, ताकि वे कभी एक दूसरे के खिलाफ कुछ ना करें। लेकिन दुर्वासा ऋषि के शाप के कारण, तिलोत्तमा Tilottama बाण की पुत्री बनी और विशेष मास में सूर्य के रथ पर रहने लगी।

    इसी प्रकार, तिलोत्तमा Tilottama की एक और कथा विवरण करती है कि वह कश्यप और अरिष्टा की कन्या थी, जो पूर्वजन्म में ब्राह्मणी थी और उसे स्नान के अपराध में अप्सरा होने का शाप मिला था।

    तिलोत्तमा Tilottama की और एक कथा है जो कहती है कि उसका जन्म ब्रह्मा के हवनकुंड से हुआ था। इस कथा के अनुसार, ब्रह्मा ने तिलोत्तमा Tilottama को सृष्टि के लिए सुंदर वस्तुओं में से तिल-तिल भर लिया और उससे इस अप्सरा की रचना की। इस कारण उसका नाम तिलोत्तमा Tilottama पड़ा।

    तिलोत्तमा Tilottama ने ब्रह्मा के आदेश पर सून और उपसुन्द के पास गई और वहां उनके बीच विवाद बढ़ा दिया। दोनों भाई उसे पाने के लिए आपस में लड़ने लगे और उस लड़ाई में दोनों ही भाई मारे गए। इस प्रकार, तिलोत्तमा Tilottama की यह  कथा है 

    तिलोत्तमा Tilottama की कई रूपांतरण कथाएं हैं, लेकिन उनमें से एक कथा कहती है कि उसे दुर्वासा ऋषि के शाप से बाण की पुत्री बना दिया गया था। इस शाप के बाद तिलोत्तमा Tilottama को विशेष मास में सूर्य के रथ पर रहना पड़ता था।

    तिलोत्तमा Tilottama की कथाएं पुराणों में रची गई हैं और इनमें उसकी भक्ति, सौंदर्य, और प्रेम की महत्ता का वर्णन है। इसके जीवन कथाओं से हमें सीखने को मिलता है कि कैसे अद्भुतता और सुंदरता के साथ-साथ दुःख और भीषणता का सामना करना हो सकता है।

     

    तिलोत्तमा Tilottama साधना विधि 

    साधना करने से पहले साधक को स्नान करना जरुरी है, और यदि वह स्नान करने में असमर्थ है, तो धोकर, धुले वस्त्र पहनकर, साधना शुरु कर सकता है।

    रात में ठीक 10 बजे के बाद साधना शुरु करना उत्तम है, और रोज़ दिन में एक बार स्नान करना अत्यंत आवश्यक है।

    साधना करते समय साधक को दिन में एक बार स्नान करना चाहिए, और वह साफ और शुद्ध वस्त्र पहने हुए होना चाहिए।

    साधना में अप्सरा, गुरु, धार्मिक ग्रंथों और नैतिकता के प्रति सम्मान और आदर होना चाहिए।

    साधक को यह ध्यान में रखना चाहिए कि साधना का समय एक ही रखना चाहिए और वह नियमित रूप से साधना करना चाहिए।

    सामग्री:

    1. तिल (सीसम) के बीज
    2. फूल, चांदन, कुमकुम
    3. गंध (सुगंधित तैल)
    4. अद्भुत (आभूषण)
    5. धूप और दीप
    6. पूजा की थाली
    7. प्रासाद (फल, मिठाई)

    पूजा विधि:

    1. शुद्धि का संकल्प: पूजा करने से पहले, मन से शुद्धि का संकल्प लें और अपने उद्देश्य का दृढ़ निर्धारण करें।
    2. पूजा स्थल स्थापना: एक शुद्ध और सुरक्षित स्थान पर पूजा स्थल स्थापित करें।
    3. तिलोत्तम की मूर्ति पूजा:  यंत्र  के सामने बैठें। उसको फूल, चांदन, कुमकुम, गंध, और अद्भुत से सजाएं।
    4. मंत्र जप: तिलोत्तम के नाम का मंत्र जप करें। आप अपनी भक्ति या गुरुदेव के द्वारा सुझाए गए मंत्र का चयन कर सकते हैं।
    5. आरती: तिलोत्तम की आरती गाएं और दीप और धूप के साथ पूजा को समाप्त करें।
    6. प्रासाद: फल, मिठाई, और अन्य प्रसाद साधक के लिए रखें।
    7. आत्मा समर्पण: पूजा के दौरान और उसके बाद, अपनी आत्मा को अप्सरा  के साथ समर्पित करें और उसकी कृपा का आभास करें।

     पूजा में आदतन श्रद्धा और पवित्रता के साथ बैठें और इसे एक आनंदमय और सकारात्मक अनुभव किसी को  न बताए 

    क की माला से 51 माला जपे और ऐसा 11 या 21 दिन करनी हैं। बिना गुरु आज्ञा से ही अप्सरा साधना करें। इस के लिए यंत्र माला की जरूरत होगी वह हम से  प्रपात कर सकते है  किसी भी  मार्ग दर्शन के लिए करें  फ़ोन नंबर 8528057364 

  • ok munja sadhna- प्राचीन चमत्कारी सात्विक सौम्य मुंजा साधना ph.85280 57364

    munja sadhna- प्राचीन चमत्कारी सात्विक सौम्य मुंजा साधना ph.85280 57364

     

    munja sadhna- प्राचीन चमत्कारी सात्विक सौम्य मुंजा साधना ph.85280 57364 नमस्कार प्रिय मित्रों, गुरु मंत्र साधना में  आप सबका हार्दिक अभिनन्दन करता हूँ। आप अपने इस प्यारी gurumantrasadhna.comआलौकिक साधनाओं में। दोस्तों आपने देश में भूतों से ज्यादा, प्रेतों से ज्यादा, पिशाचिनी से ज्यादा एक साधना युगों से बहुतायत में रही है, बहुत ज्यादा होती आ रही है वह किस की साधना है वह मुंजा साधना, मुंजा साधना महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा होती है।

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    munja sadhna- प्राचीन चमत्कारी सात्विक सौम्य मुंजा साधना ph.85280 57364

    वैसे पूरे देश में होती है लेकिन अलग अलग नामों से होती है। कहीं कुछ कहते हैं, कहीं कुछ कहते हैं, कहीं कुछ कहता है। महाराष्ट्र में पूजा करते हैं तो पूरे देश में साधना होती है। अलग अलग नामों से होती है और बहुत होती है। क्यों होती है ? इसलिए वो तो होती है। एक तो यह साधना सरल है, आसानी से हो जाती है। दूसरी साधना में क्या साइडइफेक्ट बहुत कम है। 

    तीसरी, इस साधना में जो काम मुंजा कर सकता है वो काम एक प्रेत नहीं कर सकता, पिशाच नहीं कर सकता, पिशाचनी  नहीं कर सकते। एक बार को प्रेत, प्रेत, पिशाच, पिशाच, भूत, भूतनी इनको मंदिर में जाते हुए देर लगेगी।

    लेकिन मुंजा  जब मंदिर में चला जाता है, किसी का घर कीलन किया उसमें कोई शक्ति नहीं जा सकती जिसमें मुंजा  जा सकता है। जो काम कोई नहीं कर सकता वह काम मुंजा कर सकता है।

    इसलिए मुंजा की साधना बहुत फेमस साधन है। मैंने अपने उस यूटूब चैनल में मुंजा के बारे में काफी विस्तार से बताया। आज मुंजा को मन्त्रों से कैसे सिद्ध करते हैं, इसके बारे में बताता है।

    यह पीपल मुंजा की साधना मुंजा के साधना कई प्रकार की होती है और कई प्रकार के मेरे पास मुंजा साधना के मंत्र हैं। कई प्रकार की सिद्धियां अलग अलग प्रकार के मुंजा जैसे देव मुंजा होता है, पिंपल मुंजा होता है, शमशान मुंजा, मसान, मुंजा होता है, पिशाच मुंजा होता है। सब के सब के अलग अलग रूप होते हैं। अलग अलग साधनाओं के प्रकार होते हैं तो कैसे कैसे की जाती है। सबका अलग ढंग होता है।

    आज मैं पिम्पल मुंजा की साधना बताता हूं जिसमें पिंपल, मुंजा, मृत देवता टाइप पर जो मुंजा होता है वह पकड़ में आ जाता है। मुंजा साधना का मुझे अच्छा एक्सपीरियंस। 28 दिन तक मुंजा का साथ रहा हूं।

    छत्तीसगढ़ रायगढ़ में है, रायगढ़ में काम पड़ गया था। वहां कुछ काम करने के लिए मैं एक महीना करीब रुका था। एक फ्लैट में उस फ्लैट में 28 28 दिन उस फ्लैट में रहने का काम पड़ा। उसमें 16 से ज्यादा मुंजा लड़के लड़कियां थी।

    उनमें एक सरदार थी, जिसका नाम था गीता। वो छोटी सी थी खेल रही थी। बिल्डिंग पर कुछ इंटों से कुछ बनाया हुआ था। वह टूट गया और वह गिर गया तो काफी मलबा उसके ऊपर गिरा तो वह मर गई और उसी जगह स्थान पर मुंजा के रूप में वहां रहती है तो 28 दिन तक उनके साथ रहना पड़ा तो मंजू को अच्छी तरह से जानकारी मुझे हो गई।

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  • ok Dhanda Yakshini धनदा यक्षिणी साधना आपार धन दौलत के लिए Ph.85280 57364

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    Dhanda Yakshini धनदा यक्षिणी साधना आपार धन दौलत के लिए Ph.85280 57364 बहुत सारी ऐसी साधना है जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती हैं और यह जो बदलाव होता है।  यह आंतरिक बदलाव है एक ऊर्जा के द्वारा हो रहा बदलाव है जो व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लेकर आता है। अगर  परेशान है  आध्यात्मिक अथवा भौतिक मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहते हैं।  की कॉल करें  आगे बात करे है यह परिवर्तन इस तरीके का होता है कि जब व्यक्ति की अंदर की ऊर्जा कम होती है। 

     

    तो उसे समय ऐसी अवस्थाएं व्यक्ति के जीवन में घटित होने लगते हैं कि व्यक्ति मेहनत तो बहुत करता है लेकिन मेहनत करने के साथ-साथ व्यक्ति को वह फल प्राप्त नहीं होता है। जो फल उसको प्राप्त होना चाहिए उसे मेहनत के आधार पर तो ऐसी बहुत सारी साधनाएं होती हैं ,जो साधनाएं व्यक्ति के स्त्री तत्व को बढ़ाती हैं व्यक्ति के लिए धन के मार्ग खोल देती हैं और उसके साथ-साथ व्यक्ति की जो भौतिक उन्नति होना शुरू हो जाती है। 

    धन के आगमन के मार्ग बनने लगते हैं और ऐसे बहुत सारी परिवर्तन होते हैं जो व्यक्ति के जीवन में आते हैं बहुत सारे लोगों ने धनदा यक्षिणी कवच धारण किया हम से मंगाया प्राप्त किया और उसके बाद जब उन लोगों ने धारण किया तो बहुत अच्छे परिणाम मिले  यहां तक की कुछ लोगों की ऐसी परिणाम थे कि जब उन्होंने धारण किया तो उसके बाद उनके जीवन में परिवर्तन आने लगा किसी को नौकरी नहीं लग रही थी तो नौकरी लग गई। 

    लेकिन इन तमाम चीजों में वक्त लगता है और ऐसा भी नहीं है कि हर व्यक्ति के साथ ऐसी स्थिति होगी क्योंकि अगर किसी का श्री  तत्व थोड़ा कमजोर है तो उसको जल्दी प्रभाव आ जाएगा अगर किसी का श्री तत्त्व ज्यादा कमजोर है तो उसमें थोड़ा सा वक्त लगेगा 20 से 21 दिन का भी वक्त लग सकता है

    व्यक्ति कर्म तो कर रहा है लेकिन उसे कम का फल उसको मिलना शुरू हो जाता है तो आज हम आपको एक साधना बताने वाले हैं यह साधना धनदा यक्षिणी साधना है धन्य दायक यक्षिणी  जो है यह एक यक्षिणी है और यह यक्षिणियों से भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो की डरते हैं और जानना चाहते हैं की आखिरी यक्षिणी क्या है किस तरीके की होती हैं

    यह यक्ष  कुल  से होती है जो यक्षिणी होती है और अगर स्पष्ट तौर पर हम आपको समझाने की कोशिश करें तो आप शायद आसानी से समझ जाएंगे जो धन के देवता हैं जिनका धन के यक्ष  कह सकते हैं अधिपति कह सकते हैं वह है कुबेर महाराज और कुबेर महाराज भी यश बोलते हैं. तो अब आप समझ गए होंगे की यक्षिणी जो होती हैं वह यश की  होती हैं। और उनके पास जो धन के स्रोत हैं वह होते हैं और उसके बाद यह धन के मार्ग  उसके लिए धन के मार्ग खुल जाते हैं तो साधना आपको बता देते हैं। 

    Dhanda Yakshini Sadhna धनदा यक्षिणी साधना  विधि 

    साधना आपको रविवार से करनी है और इस समय जब आप साधना करेंगे इस समय आपके दूध की मिठाई का भोग रखना है। यदि यह भी संभावना हो सके दूध की मिठाई का अगर आप भोग नहीं रख सकते हैं । तो आप जो दूध में मलाई होती है उसे मलाई में चीनी मिलाकर उसको रख सकते हैं। 

    अपने लकड़ी के चौक के ऊपर लाल वस्त्र के ऊपर एक यंत्र बनाएं जो की धनदा  यक्षिणी यंत्र है जो की यह साधना हमारे आंतरिक चेतना शिक्षक की विशुद्ध घोर मार्ग के द्वारा निकाली हुई साधना है यह कहीं उल्लेख के साधन नहीं है ना ही किसी भी पुस्तक में आपको ही साधना मिलेगी

     

    यह मंत्र है और यह जो जब है यह आपको रुद्राक्ष माला से आपको जाप  करना है और जब आप यह जब जाप करेंगे ,तो इसमें आप काम से कम 41 दिन तक आप जब करिए 41 दिन अगर संभव न हो तो 21 दिन तक आप जब करिए लेकिन यह जो आप जब करेंगे 21 दिन तक यह आप नित्य 108 माला जाप करिए 108 माला अनिवार्य है। 

    लेकिन फिर भी अगर आप नहीं कर सकते तो कम से कम फिर आप इंसान माला प्रतिदिन जाप करिए और कोई बंधन नहीं है। बिल्कुल सहज साधना है बिल्कुल सरल साधन है। इसके बाद आपके जीवन में धान के मार्ग बनने लगेंगे और इसके साथ-साथ यदि आप धनदा यक्षिणी कवच धारण कर लेते हैं। 

    तो इससे भी आपको बहुत ज्यादा फल प्राप्त होगा और तीव्र प्रभावित हो जाएगा यह प्रभाव जो आप साधना करेंगे तो अगर आप धंधा एक्शन प्राप्त करना चाहते हैं तो जो हमारा नंबर है उसे नंबर पर आप कॉल कर सकते हैं। कॉल करने के बाद आपको उसे पर जानकारी मिल जाएगी और आप वहकवच  प्राप्त करके आपको धारण कर लीजिए उसके बाद आप यह साधना करिए 

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    बंगाल का जादू |कामरु देश का जादू कैसे सीखें – विस्तार सहित ph. 85280 57364 गुरु मन्त्र साधना में आपका हार्दिक  स्वागत है। आज मैं बंगाल के जादू के बारे में जानकारी प्रदान करूंगा। बंगाल का जादू के बारे में मैं बहुत  समय से सोच रहा था। कि इस के बारे में साधक  साधक भाईओं को जानकारी प्रदान करूं  पर मैं अपने काम काज के चलते इस विषय जानकारी नहीं दे नहीं पाया।

    बंगाल का का जा जादू क्या होता है इस  के बारे में विस्तार सहित जानकारी प्रदान करुगा। आप इस पोस्ट को पूरा पढ़े तब आप इस के रहस्य जान सकते सकते है। हमारी website पर तंत्र से जुड़ी जानकारीया प्राप्त होती है आप हमारी   website से जुड़े तंत्र और धारमिक जानकारीया प्रपात करने के लिए और के लोगों साथ भी शेयर करो। 

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    इन विषय पर चर्चा होगी 

    • ढाका बंगाल का जादू
    • आसाम बंगाल का जादू
    • बंगाल का जादू कैसे सीखें
    • आसाम बंगाल का जादू
    • बंगाल का जादू
    • बंगाल का जादू टोना
    • बंगाल में काला जादू कहां होता है
    • चीन बंगाल का जादू किताब

    बंगाल के जादू का इतिहास  और परिचय

     

     

    बंगाल के जादू का इतिहास और परिचय – बंगाल के जादू बहुत लोगो के बीच में मशहूर  है। प्रचीन काल से  बंगाल जादू देना और तंत्र मंत्र के लिए  जाना जाता रहा है।

    यहां पर प्राचीन काल  से ही  मायावी विधा का गढ़ माना जाता है। बंगाल का जादू इतना ज जयादा  प्रभावशाली माना जाता है के किसी भी बसी आदमी को जानवर बनाकर  कर उनसे काम लिया जाता था।

     इस तरह  की विघा पाई जाती थी। कुछ लोगो का  मानता है आज 1 आज भी बंगाल के कुछ गाँव  के अंदर ऐसे लोग है। जो आज भी किसी भी आदमी  को जानवर  बना सकते है।

    सवामी राम क एक पुस्तक है हिमालय के संतो के संग निवास में बंगाल के  जादू को चमत्कार को देखा है। इसका इव्हासिक तथ्य और भी मिलता है। कि सिख के पहले गुरु नानक देव जी जब बंगाल गए थे। 

    उनको साथ उनका एक शिषय भाई मरदाना जी को एक बंगाली औरत  ने भेड़ बना दिया था इसका कप्पा मैं आपको कथा नहीं बताउगा दो ‘इंटरनेंट पर  यूट्यूब में देख सकते है। इस कथा से यह सिद्ध होता है कि वास्तव में ऐसी  विद्या माजूद थी  जिस से किसी को  भी  जानवर बनाया जा सकता है। 

    इसके इलावा बंगाल को आदमी को जानवर, तो सकता कई शाबर मंत्रो में बंगाल के जादू का जिकर का  कमरुदेश के  नाम से  मिलता है। बंगाल कमरुदेश के नाम से जाना जाता है। कुछ लोग कमरुदेश को आसाम बंगाल जादू देश देश को अलग मानते है।  नाथ पंथ का प्रचार और प्रसार बंगाल से  हुआ है। यह है। यह भी बताया जाता है नाथ योगीओं ने  ही बंगाल  लोगों को यह बंगाल के सिखाया था।

    कई जगह शाबर मंत्रो में कामरूदेश के साथ नाथ योगी ईसमाईल योगी और कामरू देश की जादूगरनी लोना चमारन  का जिक्र मिलता मिलता है।   मायावी  विद्या  देवता भगवान शिव को माना जाता है।

    मायावी  विदया के देवता भगवान शिव है उनसे यह मायावी विद्या भगवान शिव  से रावन को मिली और उसके बाद यह नाथ योगीयों को प्रापत हुई नाथ योगीयों में गुरु गरोखनाथ जो से यह विघा सभी नाथ योगी तक को प्राप्त हुई

    उसके इस्मायल योगी और लोना चमारी कामरुदेश यानी बंगाल से थी। यह बंगाल के जादू के नाम से जाना जाता है। यह है बंगाल के जादू कर इतहास  आज के समय में बंगाल का जादू संभव है।  इस विषय पर बात है करेंगे।

    बंगाल के कुछ ऐसे स्थान है माना जाता यह माना  जाता है आज भी बंगाल का जादू होता है। ‘इस के पीछे का सच इस पोस्ट में  जानकारी प्रदान करुगा। मायोंग बंगाल के जादू का प्रसिद्ध स्थान माना गया है।

    कुछ लोग बोलते है आज भी वहां जदूगर माजूद है। किसी को भी जानवर बना माना आज के समय पर बड़े बड़े जादूगर माजूद  है । यह  सच  नहीं  है  यह पहले समय में ऐसा होता था पर अब नही हैं।

    कुछ लोग “इस चक्र जाते है ऐसे कुछ नही है। उनका बड़ा  नुकसान हो  जाता है  ठगी का शिकार हो ‘जाते है। कहीं पर भी बंगाल में  ऐसा कुछ नहीं है  बंगाल का जाद ख़तम  चुका है। कुछ ऐसे हैं स्थान  वह पर  अभी भी  बंगाल जादू होता है। मैं उसकी जानकारी यहां पर नहीं दे सकता है। वहाँ  पर भीड  हो जाएगी  गुप्त स्थान इसके लिए  सम्पर्क करना होगा। 

    बंगाल का जादू कैसे सीखे ?

    बंगाल का जादू आपको अच्छे गुरु की तलाश करें  बंगाल जादू सीखने के  गुरु की तलाश  बंगाल का जादू  हो  बंगाल के जादू का माहिर हो । बंगाल जादू को सीखने के लिए  मयोग जाना होगा वहाँ पर  एक लाइब्रेरी है। लाइब्रेरी बहुत सारी  प्राचीन बंगाल के जादू की किताबे पढ़कर आप सीख सकते है।  पर वो किताबें  बंगाली भाषा के अंदर है आपको बंगाली आनी जरूरी है।  बंगाल का जादू सीखने के लिए  हम से संपर्क कर सकते है ph. 85280 57364