karna pishachini sadhna कर्ण पिशाचिनी साधना के नुकसान विस्तार सहित बात करेंगे ph 8528057364
karna pishachini sadhna कर्ण पिशाचिनी साधना के नुकसान विस्तार सहित बात करेंगे ph 8528057364 गुरु मंत्र साधना.com में आप सबका फिर से स्वागत है आज का जो हम हमारा विषय है वह है कर्म पिशाचनी साधना के नुकसान वैसे तो साधना के किसी भी प्रकार का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है
आप कोई भी साधना कर लो कोई उसका साइड इफेक्ट नहीं कुछ नहीं लेकिन कोई साधना अगर गुरु बिना किसी गुरु दीक्षा के या बिना किसी गुरु मार्गदर्शन से की जाए तो उसके बहुत सारे साइड इफेक्ट हो सकते हैं बहुत सारे होते हैं साइड इफ़ेक्ट तो उसी तरीके से मैं आपको बताने वाला हूं कर साधना क्या नुकसान है ठीक है
क्योंकि ऐसे हमारे पास बहुत सारे कॉल आते हैं डेली बेसिस के ऊपर कि हमें यह हो गया वह हो गया अगर आपको साइड इफेक्ट पता होंगे तो तब आप थोड़ा सोच के काम करोगे सोच समझ के तब बंदे का जो माइंड है वह रेडी हो जाता है
उन चीजों को करने के लिए देखिए जब भी आप साधना करिए तो एक चीज मैं आपको बताता हूं आपके इष्ट देव की कृपा होना अति अनिवार्य है चाहे कोई भी आप साधना करें इष्ट देव की कृपा होगी तो वह बीच में आके आपकी रक्षा कर देगा नहीं तो दूसरी शक्ति आपकी वाट लगा देगी गलती हो गई तो भी या आपने कुछ गलती से भी कुछ भी कर दिया
वहां पर बाट लगा देगी शक्ति तो पहली बात यह है इष्ट देव की कृपा आप हासिल कर लो उनकी आराधना कर लो वो बीच में आपके खड़े हो जाए ठीक है इष्ट देव की ऐसी कृपा होनी चाहिए वह आपकी सुरक्षा भी करें इष्टदेव वह होने चाहिए जिसके ऊपर आपकी श्रद्धा है श्रद्धा है विश्वास है किसी के कहे मुताबिक सुनी सुनाई बातों से इष्ट नहीं बनाना चाहिए
इसके ऊपर आपका विश्वास है श्रद्धा है उसी को ही इष्ट बनाइए आप ठीक है फिर आप करो हर उनकी साधना फिर आपके जो इष्ट देव हैं आपकी रक्षा करेंगे क्योंकि ऐसा ही एक मेरे पहचान में एक मेरे साथी है जो साधना वह करते थे किसी ने उनको ऐसी साधना बता दी प्रेत की साधना कर लो आप बिना किसी गुरु मार्गदर्शन के उन्होंने शुरू कर दी जैसे उन्होंने शुरू करी वह तो प्रेत उनके सामने आ गया और उनके जो इष्ट देव है
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वह भी आ गए तो इष्ट देव ने उनको रोका नहीं तो प्रेत उनको मार ही देता तो इसीलिए मैं आपको चीज बोलता हूं जब भी आप कोई साधना करें आपकी इष्ट देव की कृपा होना अति अनिवार्य है साथ में गुरु की कृपा तो चाहिए साथ में इष्ट देव की भी चाहिए गुरु गोरखनाथ जी ने स्वयं शंकर जी की तपस्या करी है उनकी कृपा हासिल करी है ठीक है वो भी उनकी कृपा से ही चलते थे जो मछेंद्र नाथ जी थे उन्होंने बोला कि आप तपस्या करो शिव जी की ठीक है
उनकी कृपा हासिल करो मैं यह नहीं बोलता हूं कि आप भी शिव जी की करो जिसको आप मानते हो उनकी आप भक्ति करो तपस्या करो तपस्या भी करने की जरूरत नहीं भक्ति करो साधना करो और उनसे आप यह गुहार लगाओ हर समय आपको ही मेरी सुरक्षा करना है और फिर विश्वास भी रखो कि यह मेरी सुरक्षा करेंगे ऐसा विश्वास मन के अंदर होना चाहिए तब फिर आप कोई साधना में आगे बढ़ो चलो मैं आगे बढ़ता हूं अब इन साधनाओं के नुकसान के कारण पिछा इतनी साधना की देखिए सबसे पहला जो नुकसान है ठीक है
जो हाई लेवल का नुकसान होता है लोगों को कुछ लोगों को होता है सबको नहीं होता है ठीक है नुकसान यह होता है कि जब कर्ण पिशाचनी आपकी बिगड़ती है ठीक है बिगड़ने का पर्पस यह है कि जैसे कर्ण पिशाचनी आपसे नाराज है या आपने बड़ी गलती करी है तो फिर होगा क्या कर्ण पिशाचनी साधना के दौरान आएगी और कान में भयंकर आवाज मारेगी कूक मारेगी
जिससे कान के पदे फट जाएंगे और कान से रक्त बहना शुरू हो जाएगा ये सबसे कम नुकसान होता है कम लोगों को होता है पर होता है एक कॉमन नुकसान और देखा गया जो सबसे ज्यादा पाया गया लोगों के बीच में कानों में शाश की आवाज आती है हल्की हल्की सी रहती है
कानों में आवाज आती रहती है आती रहती है लगातार डॉक्टरों से इलाज करवाते हैं कोई ट्रीटमेंट लेते हैं कोई फायदा ही नहीं मतलब जो 90% लोगों के बीच में पाई जाती है एक प्रॉब्लम और होती है वो कान के अंदर दर्द होना लगातार दर्द उठता है बार-बार दर्द उठता है
अब कोई डॉक्टरों से ट्रीटमेंट कराते हैं रिपोर्ट बिल्कुल ओके कुछ नहीं आता है डॉक्टर को कुछ समझ में नहीं आता वो एक गोली दे देता है पेन किलर दे देता है पेन किलर धीरे-धीरे खाने से आपके जो लिवर है उसके ऊपर किडनियों के ऊपर इफेक्ट पड़ता है तो यह प्रॉब्लम भी मेन देखी गई है
एक व्यक्ति तो ऐसा मेरे पास राजस्थान से व्यक्ति आया बोला कि मैंने साधना करी थी एक हनुमान जी की जिसमें हनुमान जी कान में भूत भविष्य वर्तमान काल बताते हैं
उस व्यक्ति ने उस साधना को शुरू करा कुछ दिन तक साधना करी उसने पूरी कंप्लीट कर ली फिर भी उसको कोई रिजल्ट नहीं मिला अच्छा एक चीज और होती है जब भी आप कोई साधना करते हैं
दैविक साधना करते हैं तो उसका अधिकारी होना बंदा बहुत जरूरी है आप किसी साधना के अधिकारी नहीं है आपके पास अथॉरिटी नहीं है कि वह आप साधना कर सको तो उसके साइड इफेक्ट भी देखे गए हैं इसीलिए उस बंदे ने वह साधना करी तो जिंदगी भर उसके कान में दर्द होता रहा फिर उसने मेरे को कॉल करा
फिर मैंने उसको आगे का मार्गदर्शन करा इस तरीके से कर तुम्हारा जो दर्द है खत्म हो जाएगा उस तरीके से करा उसने दर्द बिल्कुल खत्म तो कोई भी अगर आप दैविक साधना करते हैं तो उसमें आपका अधिकारी होना बहुत जरूरी है उस साधना से आप अधिकारी नहीं होते फिर भी आप करते हैं तो वह चीज भी गलत है ठीक है तो ये चीजों का आप खास ख्याल रखें जो मैंने आपको बताई है बिना गुरु दीक्षा के ना करें अगर आपकी कर्ण पिशाचिनी बिगड़ चुकी है
कोई भी कान में बताने वाली शक्ति बिगड़ चुकी है तो आप मेरे को कांटेक्ट कर सकते हैं समाधान पाने के लिए ठीक है तो ज्यादातर लोगों को कानों की समस्या आती है सो नहीं पाते हैं रात भर में चीजें चिल्लाती है करन बिछाने की साधना करोगे तो चिल्लाएगी कान के अंदर ठीक है बुरे सपने आते हैं बहुत ही डरावनी स्थितियां नजर आती है ठीक है
समझ लो कि यह आपके बिगड़ चुकी है इसीलिए क्या है जब भी आप साधना करो गुरु के मार्ग से करें इसको आप बुलाओगे तो वह तो चीज आएगी ही आएगी आप उसको रोक नहीं सकते ठीक है वो बिना विधि विधान के करोगे तो साइड इफेक्ट भी होगा ठीक है
लोगों की रातों की नींद उड़ जाती है आज के लिए बस इतना ही कोई सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं नंबर दे रखा है उसके ऊपर फोन कर सकते हैं जय श्री महाकाल
कर्ण पिशाचिनी साधना के छुपे रहस्य उजागर करेंगे इस पोस्ट में Deep secrets of Karna Pishachini Sadhana ph. 85280-57364
कर्ण पिशाचिनी कौन है कर्ण पिशाचिनी विद्या क्या है
कर्ण पिशाचिनी साधना के छुपे रहस्य उजागर करेंगे इस पोस्ट में Deep secrets of Karna Pishachini Sadhana कर्ण पिशाचिनी भौतिक आकांक्षाओं से पीड़ित लोग कर्ण पिशाचिनी की आराधना करने को लालायित रहते हैं ।
यह सिद्ध होने पर भूतकाल और वर्तमान काल की बातें बतला देती है, असाधारण परिस्थितियों में भविष्यत् को बत- लाने की क्षमता भी आती है किन्तु इसके लिए अधिक श्रम और साहस की आवश्यकता रहती है।
निम्न विषयो पर चर्चा होगी
कर्ण पिशाचिनी कौन है
कर्ण पिशाचिनी विद्या क्या है
कर्ण पिशाचिनी क्या क्या कर सकती है
कर्ण पिशाचिनी कितने दिन में सिद्ध हो जाती है
वर्तमान में चाहे विश्व के किसी भी हिस्से की जात पूछी जाय यह सही उत्तर दे देती है, एक हद तक यह व्यक्ति के अन्तः स्तल के विचारो को भी जान सकती है। किन्तु किसी के विचारों की बदले की शक्ति इसमे नही है ।
लोगों को चमत्कृत करने के लिए, अपना प्रभाव जमाने के लिए और इन प्रदर्शनों के फलस्वरूप धन अर्जन के लिए कर्ण पिशाचिनी के प्रति लोग अधिक आकृष्ट होते हैं । इसके संबंध में कुछ भी लिखने से पहले एक बात स्पष्ट कर दूं कि मैं ज्ञान मार्ग में प्रवृत्त हो चुका हूँ, ये आनन्दमार्गी चुटकुले हैं, इनके प्रति मुझे कोई भी दिलचस्पी नही चमत्कार जैसी चीज मेरे मे नही है और जब नही है तो दिखावा कैसे करू ?
सच यह है कि अर्थ और सुविधाओं के मामले मे आवश्यकता तक सोचता हूं मुझे किसी भी प्रकार की कोई सिद्धि नही मिली फिर भी भारतीय मन्त्रो की शक्ति का परिचय मुझे है । ज्ञान मार्ग जिस विराट् शून्य में रमना चाहता है उसमे प्रदर्शनीय, सिद्धि या चमत्कार नाम को कोई चीज होती ही नहीं। गोपीनाथ कविराज नौर. योगीराज अरविन्द के पास लोगों ने कौन – सा चमत्कार देखा ।
किन्तु तो उनको मिला उसके लिए कौन लालायत नहीं है ? ज्ञान मार्ग का यह भाव है। कामनाओं से प्रेरित होकर जो प्रयोग किये जाते हैं वे ऐसे ही ४८ रहते हैं जैसे किसी को एक शहर से दूसरे शहर जाना होता है ।
ऐसे लोग एक सीमित दिशा और दृश्य का अनुभव प्राप्त करते है किन्तु जिनको केवल चलना है उनके अनुभव मे सारे नगर वन, पहाड़, मैदान आ जाते हैं । ज्ञानमार्ग मे इन सारी सिद्धियो का रहस्य खुल जाता है या यों कहे कि पोल खुल जाती है और अभिरुचि समाप्त हो जाती है।
एक बार एक सज्जन आये और मुझसे उलझ पड़े, बार-बार कहने लगे तुम ऐसी पुस्तकें क्यो लिखते हो ? एक मोह उपजा देते हो, मन मे वैचारिक विप भर देते हो मेरा उत्तर था आप क्यों पढ़ते हो ? अपवाद स्वरूप ही ऐसे लोगों से साबका पड़ा और मेरे मन में यह आया कि चलो, इस विषय पर कुछ भी नही कहेंगे किन्तु इसके साथ ही उन पत्रों का क्या करूं जिन्होंने मेरी पूर्ण लिखित लेख में दिये गये प्रयोग किये और सफल हुए,
जिन लोगो ने विश्वास पूर्वक उन प्रयोगो के बारे मे पूछा जो अपने वेबसाइट लेख इस विशाल वर्ग की आस्था ने मुझे चुप नही रहने दिया और मैंने फिर कतम उठा ली यही सोचकर कि यदि वर्ष भर मे पांच व्यक्ति भी इन प्रयोगों मे लाभ उठाते हैं तो यह पुण्य का ही काम है। जो लोग सफल नहीं हो रहे वे भी कम-से-कम भगवान का स्मरण कर रहे हैं, अपने पाप धो रहे हैं कोई दुष्कर्म नही कर रहे, न मैं कोई घटिया उपन्यास लिखकर लोगों की वासना उभार रहा हूं ।
हरेक व्यक्ति का अपना मिशन होता है। आस्तिकता का प्रसार और भारतीय संस्कृति एवं विज्ञान के प्रति लोगों की रुचि जागृत करना मेरा जीवन का लक्ष्य है । धर्मनेता नही होना चाहता, न अपने नाम से कोई . सम्प्रदाय चलाना चाहता हूं, मुझे मेरे देश वासियों से स्नेह है और जीवन भारत के प्रति आस्था जगाना मेरा नशा है। यह व्यवसाय नहीं शोक है ।
वे हजारों लोग मेरे इस कथन के साक्षी हैं जिनके विस्तृत पत्रो के उत्तर मैंने एक पूरे लेख के आकार में निःशुल्क दिये हैं अब भी दे रहा हूं, भले ही इससे मेरे निजी जीवन मे गतिरोध उत्पन्न हो जाता हो । उन अनजान लोगों के दुःख में भागीदार होने में मुझे बढ़ा सन्तोष मिलता है । आध्यात्मिक साधना करने से उनका आत्मविश्वास और मनोबल बढ़ता है ।
४ε प्रस्तुत पुस्तक उन अनेक प्रश्नों का उत्तर है जो कृपालु पाठको ने किये हैं और उसके लिए है जो प्रश्न नही कर सके । जिन रहस्यों को प्रकट करने में कोई बाधा नहीं थी उनको स्पष्ट करने में मैंने कोई संकोच नही किया किन्तु जिनको सार्वजनिक रूप से घोषित करने के हित की अपेक्षा अहित हो सकता था उनका उल्लेख या संकेत मैंने नही किया है ।
प्रश्न उठता है क्या ये प्रयोग मैंने किये हैं? में एक ही उत्तर देता हूं- नही क्या ये अनुष्ठान सच हैं- इस प्रश्न के उत्तर में मैं कहूंगा- मैंने जीवन पग-पग पर इनकी शक्ति को देखा है, इनको झूठ या अविश्वसनीय मानने का अपराध मैं नहीं कर सकता । – आदमी का जीवन बहुत छोटा होता है और वह सारे अनुष्ठान कर ले यह संभव ही नहीं फिर भी अनेकों प्रयोग मैंने किये हैं अथवा कराये हैं ।
कर्ण पिशाचिनी के संबंध में सूक्ष्म और रहस्य को बातें प्राप्त करने के लिये मुझे बहुत कुछ करना पड़ा है। जिन लोगो को यह प्रयोग सिद्ध है वे कुछ भी बतलाने के लिए तैय्यार नही और मैं स्वयं करूं – यह पसन्द नही । इसलिए उन लोगों से रहस्य उगलवाने के लिए इस साधना के गूढ रहस्यो पर इस तरह विवेचन करने लगता जिससे वे समझें कि यह भी पूरा जानता है और फिर मेरे कहे में संशोधन कराने जैसी ही स्थिति रहने देता।
इस तरह से इस प्रयोग के जटिल रहस्यो का स्पष्टीकरण मेरे सन्तोष तक प्राप्त करने के बाद ही लिखने का साहस कर रहा हूं । जाने क्यों पाठकों का इस प्रयोग के प्रति इतना रुझान है और इन लोगों का इतना दबाव रहा है कि मुझे इस प्रयोग के बारे में बहुत कुछ जानना पड़ा और उसको प्रामाणिक स्तर पर पेश करने के लिए सभी पक्षों पर विचार करना पड़ा।
कर्ण पिशाचिनी के अनेक मंत्र हैं और उनकी साधना विधि में भी थोड़ा बहुत अन्तर है इस मन्त्र को सतर तरह से लिखने को विधि मैंने देखी है उसी तरह कर्ण पिशाचिनी में भी चालीस से अधिक मंत्र हैं । कौन-सा मंत्र किसके अनुकूल पड़ेगा इसका निर्णय कुलाकुल चक्र और मित्रार चक्र को देखकर कर लेना चाहिए ये चक्र ‘ मंत्र विज्ञान’ में दिये गये हैं ।
एक स्थान पर ग्रहण के दिन खाट में बैठकर बहुत कम मात्रा मे जप करने पर कर्ण पिशाचिनी सिद्ध होने की बात मैंने लिखी थी। यह मेरा इस प्रयोग मे ग्रहणकाल की स्वत: निर्णय नही था शास्त्रोक्त बात थी। पवित्र अतः मंत्र साधन के उपयुक्त समझ कर खाट को श्मशान पीठ के रूप माना गया है किन्तु इतनी कम मात्रा मे जप करने पर सिद्धि उनको ही मिलती है जिन्होने इस संबंध में कुछ किया है।
जिसने पहले कुछ भी नही किया या जो इससे विपरीत गुण वाले प्रयोग कर चुके हैं उनको इतनी संख्या मे जप करने से सफलता नही मिल सकती । जैसा इसका नाम है वैसा ही इसका स्वरूप और स्वभाव है । स्वा- भाविक है इस प्रकार के प्रयोग करने के लिए अतिरिक्त साहस की आव- श्यकता होगी इसलिए साहसी और वीर व्यक्ति इस संबंध मे सोचें ।
कई लोगों ने शंका की थी कि व्यक्ति की मृत्यु के समय ऐसी साधनायें कष्ट कर रहती हैं, ऐसी बात नही है । पिशाचवर्गी होने के कारण इनमे क्रूरता तो रहती ही है, दूसरी बात यह भी है कि इनके अति संपर्क से व्यक्ति के स्वभाव में पैशाचिकता प्रकट होने लगती है।
हालांकि मंत्र के कारण वचन बद्ध होकर ये हमारे काम तक सीमित रहते हैं फिर भी इनके कागुण लुप्त नही होते और हम उनसे प्रभावित होते ही हैं। पिशाचिनी होने के कारण इसकी साधना घर मे नही करनी चाहिए ।
श्मशान एकान्त वन प्रान्त और शिव मंदिर इस साधना क्रे उपयुक्त स्वल हैं। घर करने से सफलता देर मे मिलती है और घर का वातावरण दूषित होता है । सिद्ध होने के बाद तो यह नियंत्रित हो जाती है इसलिए दूषित नही कर पाती किन्तु सिद्ध होने से पहले स्वतंत्र रहती है ।
इस तीन रूपों में माना जा सकता है मां, बहन और पत्नी मां और बहन के रूप में मानने पर इसमें इतनी शक्ति नही आती पत्नी के रूप मे मानने पर इसकी सामथ्यं पूर्ण रूप से प्रकट होती है । किन्तु अपने स्वभाव के अनुसार यह पत्नी सुख में बाधा पहुंचाती है।
हां, व्यभिचारी बनाकर वैयमिक सुख में कमी नही आने देती पर पत्नी के नाम से जो व्यक्ति हमारे घर में है उसे कष्ट देती है। आवेश या दिखने जैसे कष्ट नही बल्कि उसके स्वास्थ्य मे ह्रासमोर चिन्तायें उत्पन्न करती है। मां और बहन रूप में मानने पर इनके सुखो मे बाधा पहुंचाती है ।
कर्ण पिशाचिनी क्या क्या कर सकती है
कर्ण पिशाचिनी भूत भविष्य वर्तमान की जानकारी दे सकती है।
कर्ण पिशाचिनी आपके आदेश अनुसार आपके के अन्य कार्य भी कर सकती है।
कर्ण पिशाचिनी आपके आदेश के अनुसार शत्रु का नाश भी कर सकती है।
कर्ण पिशाचिनी लाटरी सटे का नंबर दे सकती है।
कर्ण पिशाचिनी खजाने का रहस्य बता सकती है।
शेयर मार्किट में शेयर की जानकारी दे सकती।
किसी रोग को ख़तम कर सकती है और रोग को ख़तम करने की दवा बता सकती है
कर्ण पिशाचिनी सिद्धि कैसे प्राप्त करें
कर्ण पिशाचिनी सिद्धि प्रपात करने के लिए एक गुरु की आवश्यकता होती है जो आप को इस साधना की जानकारी प्रदान करता है। गुरु के बिना यह साधना में भारी नुकसान हो सकता है बिना गुरु के न करे। इस साधना से पहले किसी रक्षा मंत्र को सिद्ध करे।
कर्ण पिशाचिनी कितने दिन में सिद्ध हो जाती है
कर्ण पिशाचिनी को सिद्ध करने की अलग अलग विधि विधान है कोई विधान २१ है कोई ११ और कोई ४० दिन का है। यह डिपेंड करता आप कोन सा विधि विधान कर रहे हो
Karn Matangi sadhna प्राचीन कर्ण मातंगी त्रिकालदर्शी साधना
Karn Matangi sadhna प्राचीन कर्ण मातंगी त्रिकालदर्शी साधना
Karn Matangi sadhna प्राचीन कर्ण मातंगी त्रिकालदर्शी साधना नमस्कार मित्रों आप सभी लोगों का हमारे वेबसाइट में हार्दिक स्वागत है। कुछ मित्र हमारे वेबसाइट के सदस्य हैं उन्होंने कहा था कि गुरु जी आप कर्ण मातंगी की साधनाKarn Matangi sadhnaकी जानकारी उपलब्ध करवाइए। हमने आपको कर्ण पिशाचिनी साधना Karn Matangi sadhna से संबंधित पोस्ट में उपलब्ध करवाए थे और आज हम आपको जो है माता कर्ण मातंगी के साधन Karn Matangi sadhna उपलब्ध करवा रहे हैं माँ कर्ण मातंगी साधनाKarn Matangi sadhna जो है कर्ण पिशाचिनी साधना की तरह होती है
कर्ण मातंगी देवी महाविद्या
कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna के लाभ
कर्ण मातंगी कौन है
कर्ण मातंगी क्यू की जाती है
कर्ण मातंगी मंत्र
कर्ण मातंगी साधना पूर्ण विधि
लेकिन कुछ साधको कर्ण पिशाचिनी साधना में दिक्कत का सामना करना पड़ता है भी लेकिन माँ कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna के बाद दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता है। कर्ण पिशाचिनी आपको भविष्य नहीं बता सकती लेकर कर्ण मातंगीKarn Matangi आपको भविष्य भी बता सकती है और साथ ही साथ आपको जो भी जानकारी देते हो वह 100% सटीक होती है और कई लोगों के साथ यह भी होता है कि मैं कर्ण पिशाचिनी साधना करने के बाद में पूजा पाठ नहीं कर सकते
लेकिन कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna में ऐसा कुछ भी नहीं है क्योंकि यह माता कर्ण मातंगी देवी महाविद्यादस महाविद्याओं में से एक है और इनकी साधना करना तो जीवन में सौभाग्य की बात है माँ कर्ण मातंगी साधनाKarn Matangi sadhna उपलब्ध करवा रहा हूं अब तक के बहुत सारे लोग ऐसे होंगे जो वेबसाइट के साथ पहले बार जुड़े होंगे पहली बार हमारी पोस्ट पढ़ रहे होंगे तो मैं उन्हें बताओ भाई जी कि मैं वेबसाइट पर साधना प्रदान करता हूं
कई प्रकार के जानकारी आध्यात्मिक से संबंधित उपलब्ध करवाता हूं तो अगर आपको इन सभी चीजों में रूचि है आप धर्म के क्षेत्र में जुड़ना चाहते हैं धर्म को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो आप हमारे वेबसाइट को जरूर सब्सक्राइब कीजिए और जो घंटे का बटन है
उसे जरूर चालू कीजिए नहीं तो हम जो भी जानकारी उपलब्ध करवाएंगे जो भी चीजें उपलब्ध करवाएंगे वह आपको नहीं मिल पाएगी इसलिए आप घंटे के बटन को जरूर चालू कीजिएगा बंटी के बटन को चालू नहीं किया है वह सभी लोग भी घंटी के बटन को आगे की बात करते हैं
कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna के लाभ
कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna के लाभ
हम कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna के पहले हम आपको बताते हैं इस साधना के क्या लाभ है क्यों की जाती है माँ कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna उसको करने से क्या लाभ होते हैं क्योंकि बहुत सारे लोगों को यह नहीं पता होता है भाई कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna क्यों की जाती है क्या इसके लाभ होते हैं तो वह मैं बताता हूं
आपको देखिए अगर कोई भी व्यक्ति बहुत भविष्य की जानकारी प्राप्त करना चाहता है किसी भी क्षेत्र के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहता है या फिर अगर कोई व्यक्ति ज्योतिष के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है और वह चाहता है कि वह मैं भी लोगों के भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके
तो उसमें यह साधना बहुत ही अच्छी साधना होती है तो उसको हर प्रकार की जानकारी माँ कर्ण मातंगी साधनाKarn Matangi sadhna के द्वारा प्राप्त हो जाती है अगर आप में से कोई भी व्यक्ति अपने भविष्य के बारे में कोई जानकारी प्राप्त करना चाहता है
आप कोई भी कार्य कर रहे हैं और आप यह जानना चाहते हैं सफल होगा या नहीं होगा उसके बारे में भी आप जो है माँ कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आपको पहले पता चल जाएगा आप जो कार्य करें उसमें आप सफल होगे या नहीं होगे इस का पता चल जाएगा
जिससे इस से अपना समय व्यर्थ नहीं करोगे और दूसरा कार्य करके जिसमें आप सफल होगे अपने जीवन को सुधारो गे अपने वर्तमान को सुधार लेते हो तो भविष्य अपने आप सुरक्षित हो जाता है इसी तरीके से साधना के द्वारा अवश्य की जानकारी प्राप्त करके वर्तमान को सुधार सकते हैं कि आपका भविष अपने आप सुरक्षित हो जाता है अगर किसी पीड़ा से परेशान है और वह उसका इलाज चाहते हैं
उसका निदान चाहते हैं उनके लिए भी यह साधना बहुत ही अच्छी साधना है हर प्रकार की समस्या का हर प्रकार के चीजों के बारे में यह साधना आपको जानकारी उपलब्ध करवा देती है चाहे दुनिया की कोई बड़ी से बड़ी परेशानी क्यों ना हो उसका हल भी माँ कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhnaआपको करवाती है कई प्रकार की सिद्धियां भी अपने आप प्राप्त होने लग जाएंगे आपको दिव्य आभास अपने आप होने लग जाएगा करने लग जाओगे छोड़ दी कि अगर जीवन में कोई परेशानी आएगी
इसलिए आप इस साधना को जरूर कीजिएगा बहुत ही अच्छी साधना है और इसमें आपको जरुर सफलता प्राप्त होगी को जानने के लिए और बहुत अच्छे-अच्छे साधना से पहचान वाले साधको हो गई वह भी भविष्य को जानने के लिए बहुत ही अच्छे और सर्वश्रेष्ठ साधना है लेकिन व आज मैं आपको माँ कर्ण मातंगी साधनाKarn Matangi sadhna के बारे में ही बता रहा हूं
कर्ण मातंगी साधना पूर्ण विधि
जब आप इस साधना को करोगे तो यह साधना आपको शुक्रवार से शुरू करनी होती है शुक्रवार के दिन यह साधना आपको करनी है 21 दिन की साधना होगी है जो आसन और वस्त्र होंगे वह लाल रंग के होंगे इसमें जो माला का प्रयोग करोगे वह हकीक की माला उपयोग मिलोगे हरे रंग की हकीक की माला आपको इसमें उपयोग में लेनी है अगर हरे रंग की हकीक की माला नहीं है तो आप रुद्राक्ष की माला ले सकते हैं लेकिन हरे रंग का की माला लेंगे तो ज्यादा हकीक की माला उत्तम रहेगा
कर्ण मातंगी Karn Matangi कौन है
कर्ण मातंगी कोई अलग देवी नहीं है यह मातंगी महाविद्या ही है जो दस महाविद्या में से एक है इस की एक साधना से भूत भविष्य वर्तमान जान सकते है जिसको सिद्ध करने के बाद देवी आपके भूत भविष्य बताती है कान में आकर कर्ण पिशाचिनी की तरह इस लिए मातंगी को कर्ण मातंगी कहा जाता है।
कर्ण मातंगी Karn Matangi क्यू की जाती है
कर्ण मातंगी साधना भूत भविष्य वर्त्तमान की जानकारी के लिए की जाती है इस से साधक को तिरकाल ज्ञान प्रपात होता है जिस से साधक किसी का भी भूत भविष्य वर्त्तमान जान लेता है
कर्ण मातंगी मंत्र की जानकारी के लिए फ़ोन करो ph 85280 57364
कर्ण मातंगी कोई अलग देवी नहीं है यह मातंगी महाविद्या ही है जो दस महाविद्या में से एक है इस की एक साधना से भूत भविष्य वर्तमान जान सकते है जिसको सिद्ध करने के बाद देवी आपके भूत भविष्य बताती है कान में आकर कर्ण पिशाचिनी की तरह इस लिए मातंगी को कर्ण मातंगी कहा जाता है।
कर्ण मातंगी Karn Matangi क्यों की जाती है
कर्ण मातंगी साधना भूत भविष्य वर्त्तमान की जानकारी के लिए की जाती है इस से साधक को तिरकाल ज्ञान प्रपात होता है जिस से साधक किसी का भी भूत भविष्य वर्त्तमान जान लेता है
कर्ण मातंगी साधना के लाभ
हम कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna के पहले हम आपको बताते हैं इस साधना के क्या लाभ है क्यों की जाती है माँ कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna उसको करने से क्या लाभ होते हैं क्योंकि बहुत सारे लोगों को यह नहीं पता होता है भाई कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna क्यों की जाती है क्या इसके लाभ होते हैं तो वह मैं बताता हूं आपको देखिए अगर कोई भी व्यक्ति बहुत भविष्य की जानकारी प्राप्त करना चाहता है किसी भी क्षेत्र के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहता है या फिर अगर कोई व्यक्ति ज्योतिष के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है और वह चाहता है कि वह मैं भी लोगों के भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके तो उसमें यह साधना बहुत ही अच्छी साधना होती है तो उसको हर प्रकार की जानकारी माँ कर्ण मातंगी साधनाKarn Matangi sadhna के द्वारा प्राप्त हो जाती है अगर आप में से कोई भी व्यक्ति अपने भविष्य के बारे में कोई जानकारी प्राप्त करना चाहता है आप कोई भी कार्य कर रहे हैं और आप यह जानना चाहते हैं सफल होगा या नहीं होगा उसके बारे में भी आप जो है माँ कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhna से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आपको पहले पता चल जाएगा आप जो कार्य करें उसमें आप सफल होगे या नहीं होगे इस का पता चल जाएगा जिससे इस से अपना समय व्यर्थ नहीं करोगे और दूसरा कार्य करके जिसमें आप सफल होगे अपने जीवन को सुधारो गे अपने वर्तमान को सुधार लेते हो तो भविष्य अपने आप सुरक्षित हो जाता है इसी तरीके से साधना के द्वारा अवश्य की जानकारी प्राप्त करके वर्तमान को सुधार सकते हैं कि आपका भविष अपने आप सुरक्षित हो जाता है अगर किसी पीड़ा से परेशान है और वह उसका इलाज चाहते हैं उसका निदान चाहते हैं उनके लिए भी यह साधना बहुत ही अच्छी साधना है हर प्रकार की समस्या का हर प्रकार के चीजों के बारे में यह साधना आपको जानकारी उपलब्ध करवा देती है चाहे दुनिया की कोई बड़ी से बड़ी परेशानी क्यों ना हो उसका हल भी माँ कर्ण मातंगी साधना Karn Matangi sadhnaआपको करवाती है कई प्रकार की सिद्धियां भी अपने आप प्राप्त होने लग जाएंगे आपको दिव्य आभास अपने आप होने लग जाएगा करने लग जाओगे छोड़ दी कि अगर जीवन में कोई परेशानी आएगी
इसलिए आप इस साधना को जरूर कीजिएगा बहुत ही अच्छी साधना है और इसमें आपको जरुर सफलता प्राप्त होगी को जानने के लिए और बहुत अच्छे-अच्छे साधना से पहचान वाले साधको हो गई वह भी भविष्य को जानने के लिए बहुत ही अच्छे और सर्वश्रेष्ठ साधना है लेकिन व आज मैं आपको माँ कर्ण मातंगी साधनाKarn Matangi sadhna के बारे में ही बता रहा हूं